उत्तर प्रदेश में लाकडाउन बेअसर।

लखनऊ


उत्तरप्रदेश में कोरोना वायरस ने गंभीर रूप अख्तियार कर लिया है।  


और  हो भी क्यों ना, सबसेे ज्यादा लाक डाउन का उलंघन   उ० प्रा० में  ही हो रहा कोई भी घर में रहने को तैयार नहीं प्रशासन सिर्फ चौराहों पर ही सिमट के रह गया है। उस पर सोने पे सुहागा नगर निगम द्वारा लंच पैकेट बांटना । जिस वाहन पर लंच पैकेट बांटे जा रहे उसके गली मोहल्ले में पहुंचते ही सैकड़ों की भीड़ एक दूसरे को धक्का मारते हुए हुए टूट पड़ते हैं जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। दूसरे प्रशासन ने राशन कार्ड द्वारा राशन देना जब से शुरू किया है लाख समझाने के बाद भी बस्तियों के लोग झुंड के झुंड बनाकर सैकड़ों की तादाद में इकट्ठा हो जा रहे हैं। तीसरा हर गली में खुल रही अवैध दुकानें सब्जी वाले फेरीवाले अभी भी भीड़ को इकट्ठा करने में सहयोग प्रदान कर रहे हैं कालाबाजारी भी धड़ल्ले से हो रही है। इसके अलावा हर गली मोहल्ले में युवाओं एवं बच्चों का जमवाड़ा कोई लूडो खेलता नजर आएगा तो कोई जुवा खेलता, यह भी संक्रमण फैलाने में अत्यंत सहयोग प्रदान कर रहे हैं। इसी प्रकार के बहुत से कारण है जिससे कि उत्तर प्रदेश में कोरोना को आबू करने में कठीनाई का सामना करना पड़ रहा है।


 हाल ही में लखनऊ के कमांड अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग महिला के कर्नल पति  कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। उनकी जांच कमांड हॉस्पिटल में हुई थी। अभी उन्हें गोमतीनगर स्थित आवास में ही आइसोलेट किया गया। लखनऊ में अब तक 10 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।


कनाडा से गोमती नगर लौटी महिला डॉक्टर को लखनऊ में सबसे पहले कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उन्हें 11 मार्च को केजीएमयू में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद उनकी तबीयत ठीक हो गई। जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। करीब 20 दिन बाद महिला डॉक्टर कि बुजुर्ग सांस  को कोरोना वायरस ने जकड़ लिया। उन्हें बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 48 घंटे के भीतर उनके पति में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने बताया कि उनके बेटे की भी जांच कराई जाएगी। लखनऊ में अब तक 10 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 6 लोगों का केजीएमयू में इलाज चल रहा है। लखीमपुर के एक मरीज का भी इलाज केजीएमयू में चल रहा है। इसके अलावा बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर का इलाज पीजीआई में चल रहा है।


मैगलगंज के मरीज की हालत में सुधार
कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या के बीच लखनऊ से एक अच्छी खबर आई है। एक और मरीज की जांच में वायरस की पुष्टि नहीं हुई। अंतिम जांच के लिए उसका नमूना लिया गया है। सुबह तक जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद है। यदि इस जांच में भी वायरस नहीं मिलते हैं तो मरीज को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।


18 मार्च को लखीमपुर खीरी के मैगलगंज निवासी 50 वर्षीय पुरुष को कोरोना संक्रमण के बाद भर्ती कराया गया था। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने बताया कि मरीज की सेहत में लगातार सुधार हो रहा है सभी जांचें नेगेटिव आई है। अब उसका 12 घंटे बाद दोबारा सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। गुरुवार को जांच रिपोर्ट आने के बाद मरीज को डिस्चार्ज किया जा सकता है।


उत्तर प्रदेश सरकार को थोड़ा और सख्त होना पड़ेगा जिससे इस संक्रमण को रोका जा सके अन्यथा भविष्य में इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।